बिहार: मशरूम उत्पादन किट पर 90% सब्सिडी (2025 गाइड)

मशरूम किट वितरण योजना क्या है?

मशरूम किट वितरण योजना बिहार कृषि विभाग द्वारा शुरू की गई एक अभिनव कृषि पहल है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को भारी सब्सिडी वाले मशरूम उत्पादन किट और व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करके राज्य भर में मशरूम की खेती को बढ़ावा देना है।

यह योजना बिहार के किसानों के लिए अपनी कृषि गतिविधियों में विविधता लाने, आय के स्रोतों में वृद्धि करने और न्यूनतम निवेश के साथ लाभदायक मशरूम बाजार में प्रवेश करने का एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत करती है।

योजना के प्रमुख लाभ

मशरूम किट वितरण योजना बिहार के किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है:

1. भारी सब्सिडी वाले मशरूम किट

  • किट केवल ₹60/- प्रति (90% सरकारी सब्सिडी के साथ) पर उपलब्ध
  • प्रत्येक किट का वजन 5 किलोग्राम है और इसमें प्रीमियम गुणवत्ता वाली सामग्री शामिल है
  • इष्टतम उपज के लिए 100 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाले मशरूम स्पॉन शामिल

2. पेशेवर प्रशिक्षण सहायता

  • सभी लाभार्थियों को 2 दिन का व्यापक समूह प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है
  • प्रशिक्षण अवधि के दौरान ₹1000/- प्रति किसान का दैनिक भत्ता
  • विशेषज्ञों से पेशेवर मशरूम खेती तकनीकें सीखें

3. कम-निवेश, उच्च-रिटर्न का अवसर

  • पर्याप्त सब्सिडी के कारण न्यूनतम प्रारंभिक निवेश
  • महत्वपूर्ण आय सृजन की संभावना
  • मौसमी फसलों के विपरीत साल भर खेती की संभावनाएं

कौन आवेदन कर सकता है? पात्रता मानदंड

मशरूम किट वितरण योजना के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए, आवेदकों को इन आवश्यकताओं को पूरा करना होगा:

  1. बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए
  2. पंजीकृत किसान होना चाहिए
  3. DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) पोर्टल पर पंजीकृत होना चाहिए
  4. जिन किसानों ने पिछले तीन वर्षों (2021-22, 2022-23 और 2023-24) में इस योजना का लाभ उठाया है, वे इस वर्ष पात्र नहीं हैं

आवेदकों के लिए महत्वपूर्ण नोट

आवेदन करने से पहले, कृपया इन आवश्यक शर्तों पर ध्यान दें:

  1. प्रति परिवार केवल एक सदस्य ही इस योजना का लाभ उठा सकता है
  2. लाभार्थी का चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर काम करता है
  3. हर साल सीमित स्लॉट उपलब्ध हैं, इसलिए जल्दी आवेदन करने की सलाह दी जाती है

पूर्ण आवेदन प्रक्रिया

आवेदन प्रक्रिया के दो मुख्य भाग हैं: DBT पंजीकरण और योजना के लिए आवेदन करना।

DBT पंजीकरण प्रक्रिया

चरण 1: आधिकारिक DBT पोर्टल पंजीकरण पृष्ठ पर जाएं

चरण 2: अपनी पसंदीदा आधार सत्यापन विधि चुनें:

  • OTP सत्यापन
  • बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण
  • आईरिस स्कैन

चरण 3: अपना आधार नंबर और नाम बिल्कुल वैसे ही दर्ज करें जैसा कि आपके आधार कार्ड पर दिखाई देता है, फिर “प्रमाणीकरण” पर क्लिक करें

चरण 4: अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करें और “OTP मान्य करें” पर क्लिक करें

चरण 5: अपने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) विवरण की पुष्टि करें और “किसान पंजीकरण” पर क्लिक करें

चरण 6: पंजीकरण फॉर्म पर सभी आवश्यक जानकारी पूरी करें:

  • व्यक्तिगत किसान विवरण
  • भूमि की जानकारी
  • बैंक खाता विवरण
  • समाप्त होने पर “सबमिट” पर क्लिक करें

चरण 7: OTP से मान्य करें और अपना अद्वितीय DBT पंजीकरण आईडी बनाने के लिए “पंजीकरण” पर क्लिक करें

महत्वपूर्ण: पंजीकरण के बाद, योजना के लिए आवेदन करने से पहले 48 घंटे प्रतीक्षा करें। अगले चरणों के लिए आपका 13-अंकीय पंजीकरण संख्या आवश्यक होगा।

मशरूम किट योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन

चरण 1: आधिकारिक योजना वेबसाइट पर जाएं

चरण 2: पृष्ठ के नीचे स्क्रॉल करें, पुष्टिकरण बॉक्स पर टिक करें, और “आवेदन करने के लिए आगे बढ़ें” पर क्लिक करें

चरण 3: “आवेदक का प्रकार” चुनें और अपना DBT पंजीकरण नंबर दर्ज करें, फिर “विवरण प्राप्त करें” पर क्लिक करें

चरण 4: सभी आवश्यक जानकारी भरें:

  • पूरा पता
  • भूमि विवरण
  • अन्य आवश्यक जानकारी
  • आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें

चरण 5: पुष्टिकरण बॉक्स पर टिक करें और “सबमिट” पर क्लिक करें

चरण 6: एक आवेदन संख्या बनाई जाएगी – भविष्य के संदर्भ के लिए इस संख्या को सहेजें

चरण 7: प्रिंट विकल्प का उपयोग करके अपने पूर्ण आवेदन का प्रिंटआउट लें

आवश्यक दस्तावेज

DBT पंजीकरण के लिए:

  1. आधार कार्ड (आपके मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए)
  2. पासपोर्ट आकार का फोटोग्राफ
  3. किसान विवरण दस्तावेज
  4. भूमि स्वामित्व/जानकारी कागजात
  5. सक्रिय बैंक खाता विवरण

योजना आवेदन के लिए:

  1. पासपोर्ट आकार का फोटोग्राफ
  2. DBT पंजीकरण संख्या
  3. आवेदन प्रक्रिया के दौरान निर्दिष्ट अन्य दस्तावेज

बिहार में मशरूम की खेती क्यों?

मशरूम की खेती बिहार के किसानों के लिए कई कारणों से एक लाभदायक अवसर प्रस्तुत करती है:

  • कम जगह की आवश्यकता – सीमित भूमि के साथ भी उगाया जा सकता है
  • त्वरित रिटर्न – रोपण के 30-45 दिनों के भीतर फसल की संभावना
  • साल भर खेती – पारंपरिक फसलों की तरह मौसमों पर निर्भर नहीं
  • बढ़ती बाजार मांग – पूरे भारत में खपत बढ़ रही है
  • न्यूनतम पानी का उपयोग – पर्यावरण के अनुकूल खेती का विकल्प
  • स्वास्थ्य लाभ – उच्च पोषण मूल्य से उपभोक्ता मांग बढ़ रही है

मशरूम किट वितरण योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: इस योजना के तहत कितनी सब्सिडी प्रदान की जाती है?

उत्तर: योजना 90% सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे पात्र किसानों के लिए प्रत्येक मशरूम किट की लागत केवल ₹60/- हो जाती है।

प्रश्न 2: क्या मैं आवेदन कर सकता हूं अगर मैं किसान नहीं हूं लेकिन मशरूम की खेती शुरू करना चाहता हूं?

उत्तर: वर्तमान में, योजना विशेष रूप से बिहार के पंजीकृत किसानों के लिए है।

प्रश्न 3: क्या योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य है?

उत्तर: हां, 2-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम योजना का एक अभिन्न हिस्सा है ताकि किसान अपनी उपज को अधिकतम कर सकें।

प्रश्न 4: एक किसान कितने मशरूम किट प्राप्त कर सकता है?

उत्तर: विशिष्ट संख्या वार्षिक आवंटन के आधार पर भिन्न हो सकती है। कृपया आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम दिशानिर्देश देखें।

प्रश्न 5: इन किट का उपयोग करके किस प्रकार के मशरूम उगाए जा सकते हैं?

उत्तर: किट मुख्य रूप से ऑयस्टर मशरूम की खेती के लिए डिज़ाइन की गई हैं, जो बिहार के जलवायु के लिए अच्छी तरह से अनुकूल हैं।


यदि आप बिहार के एक किसान हैं जो अपने आय के स्रोतों में विविधता लाने की तलाश में हैं, तो मशरूम किट वितरण योजना न्यूनतम निवेश के साथ मशरूम की खेती में प्रवेश करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करती है। प्रदान की गई पर्याप्त 90% सब्सिडी और व्यापक प्रशिक्षण के साथ, यह पहल राज्य भर के किसानों के लिए मशरूम की खेती को सुलभ बनाती है।

याद रखें, आवेदनों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर संसाधित किया जाता है, इसलिए अपने आवेदन में देरी न करें!

अस्वीकरण: प्रदान की गई जानकारी नवीनतम उपलब्ध डेटा पर आधारित है। सबसे अद्यतन विवरण के लिए, कृपया आधिकारिक कृषि विभाग, बिहार वेबसाइट देखें।

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